भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
38 वर्षीय अश्विन, जो भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे, ने ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद यह बड़ा फैसला लिया। उनके संन्यास की खबर ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों और उनके प्रशंसकों को भावुक कर दिया है।
अश्विन की उपलब्धियां
रविचंद्रन अश्विन का क्रिकेट करियर शानदार उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
- टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन: अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लेकर भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बनने का गौरव हासिल किया। उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले (619 विकेट) हैं।
- वनडे और टी20 करियर: उन्होंने 116 वनडे मैचों में 151 विकेट और 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 61 विकेट लिए।
- ऑलराउंडर के रूप में योगदान: अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 6 शतक लगाए, जो उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी क्षमता को दर्शाता है।
अश्विन का करियर और तकनीकी योगदान
2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले अश्विन ने बहुत जल्दी अपनी पहचान बनाई। उनकी खास ‘कैरम बॉल’ बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई। उनकी गेंदबाजी में विविधता और उनकी रणनीतिक सोच ने उन्हें भारतीय टीम का महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाया।
अश्विन के संन्यास पर सहकर्मियों की प्रतिक्रिया
अश्विन के संन्यास की खबर के बाद उनके साथ खेलने वाले खिलाड़ियों और पूर्व दिग्गजों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
- रोहित शर्मा: भारतीय कप्तान ने अश्विन के योगदान को याद करते हुए कहा, “अश्विन का भारतीय क्रिकेट में योगदान अमूल्य है। उनका अनुभव और खेल भावना हमेशा याद की जाएगी।”
- विराट कोहली: पूर्व कप्तान ने कहा, “हमने 14 साल तक एक साथ खेला। अश्विन का योगदान हमारे लिए प्रेरणादायक रहा है।”
- हरभजन सिंह: भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर ने कहा, “अश्विन ने भारतीय स्पिन गेंदबाजी को नई पहचान दी है। उनकी उपलब्धियां युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं।”
भविष्य की योजनाएं
संन्यास की घोषणा के बाद अश्विन ने संकेत दिया है कि वह क्लब क्रिकेट खेलना जारी रख सकते हैं। इसके साथ ही वह युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने और भारतीय क्रिकेट के लिए योगदान देने की योजना बना रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। भारतीय क्रिकेट को बड़ा नुकसान
अश्विन के संन्यास को भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान माना जा रहा है। आईसीसी के आंकड़ों के अनुसार, वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाजों में गिने जाते हैं। उनकी तुलना महान खिलाड़ियों जैसे अनिल कुंबले और हरभजन सिंह से की जाती रही है।
निष्कर्ष
रविचंद्रन अश्विन का संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग के अंत जैसा है। उनकी शानदार गेंदबाजी, बल्लेबाजी और रणनीतिक सोच ने क्रिकेट को नए आयाम दिए। अश्विन का योगदान हमेशा याद किया जाएगा, और वह भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।
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